HINDI GRAMMAR: हिंदी निबंध // Hindi NIbandh // Hindi Grammar // Hindi Vyakaran

Saturday, January 20, 2018

हिंदी निबंध // Hindi NIbandh // Hindi Grammar // Hindi Vyakaran

निबंध क्‍या है?

 What is NIBANDH in HINDI ?



Hindi Grammar:-What is NIBANDH in HINDI ?
Hindi Grammar:-What is NIBANDH in HINDI ?


गद्य और पद्य दो रूपों में जिसे लिख सकते हैं उसे साहित्‍य कहते हैैं। गद्य हिंदी साहित्‍य का वह रूप है जिसमें छंद, अलंकार,रसविधान,लय आदि नियमों के आधार पर लेखन की बाध्‍यता नहीं होती, वहीं दूसरी ओर पद्य में इन नियमों का ध्‍यान रखना होता है। गद्य तथ्‍यों एवं विचारों को सामान्‍य बोल-चाल की भाषा मेें प्रस्‍तुत किया जाता है। निबंध भी गद्य साहित्‍य की एक प्रकार है। कहानी,नाटक, उपन्‍यास, आत्‍मकथा, संस्‍मरण, जीवनी रिर्पोट आदि गद्य के अंदर विद्यमान लेखन की एक विधा है, जो कथावस्‍तु की प्रधानता पर आधारित होती है। दूसरी तरफ निबंध में कथावस्‍तु की नहीं अपितु विषयवस्‍तु की भी प्रधानता होती है।


निबंध का अर्थ एवं  परिभाषा

निबंध दो शब्‍दों 'नि' और 'बंध' से मिलकर बना है। जिसका अर्थ है- नियमों से बंधा हुुुुआ लेख अथवा गद्य । हिंदी भाषा के शब्‍द 'निबंध' को अंग्रेजी के 'Essay' के रूप में जाना जाता है। अंग्रेजी का 'Essay' शब्‍द फ्रांसीसी  'Essai' से बना है जिसका अर्थ होता है 'To Attempt' अर्थात प्रयास करना। निबंधकार अपनी सरल, सहज और स्‍वभाविक भाषा शैली से अपने विचार पाठक के सामने प्रकट करता है। विषय-विशेष पर एक संक्षिप्‍त लेख, परंंतु यह जरूरी नहीं कि किसी विषय पर लिखा गया कोई निबंध छोटा हो। यह अधिक विस्‍तृत हो सकता है। जो विस्‍तृत गद्य रचना अपने मूल भाव से बीच-बीच में यदि भटक जाती है और यदि उसमें विचारों को एक क्रमबद्ध तरीके से न प्रकट किया हो तो वह निबंध की श्रेणी में नहीं आता।
निबंध को शब्‍दों के आधार पर विभक्‍त किया जा सकता है जैसे- 100 से 1000 शब्‍दों का निबंध संक्षिप्‍त तथा 1000 से 3000 शब्‍दों वाले निबंध दीर्ध या विस्‍तृत निबंध की श्रेणी में आते हैं।
हिंदी भाषा के कुछ ऐसे भाषविद् हैं जो निबंध  की व्‍याख्‍या कुछ  इस प्रकार करते हैं - ''सभी प्रकार के नियमों और बंधनों से मुक्‍त लेख निबंध है।'' जबकि उनकी यह व्‍याख्‍या भाषा के स्‍तर पर सार्थक नहीं है। इसे हम विचारों की आजादी तक तो सही ठहरा सकते हैैं परंतु निबंध के तात्‍पर्य में नहीं, क्‍योकि विचारों को नियमों और बंधनों में बांधकर एक सार्थक क्रम में अत्‍यंत प्रभवशाली ढंग से पाठक के समक्ष प्रस्‍तुत करना ही निबंध कहलाता है।

Hindi Grammar:-What is NIBANDH in HINDI ?
Hindi Grammar:-What is NIBANDH in HINDI ?

निबंध रचना का महत्‍व

आजकल अनेक परिक्षाओं मेें जैसे SSC MTS, SSC CHSL SSC CGL आदि में निबंध्‍ा और पत्र-लेखन की परिक्षाएं ली जाने लगी हैं जिसके माध्‍यम से परिक्षार्थी की लेखन- कुशलता की जांच की जाती है। इस परिक्षा के माध्‍यम से परिक्षार्थी की सोच,ज्ञान, अनुुुभव और भावना की जांच संभव हो पाती है। निबंध लेखन के द्वारा किसी के व्‍यक्‍तित्‍व का आंकलन किया जा सकता है।




निबंध के अंग

 सुसंगठित निबंध के लिए तीन बातों पर ध्‍यान केंद्रीत करना होगा।
1. परिचय:- निबंध के इस भाग में भूूूूमिका के रूप में विषयवस्‍तु का परिचय दिया जाता है। जिससे पाठक के ह्रदय में रूचि तथा उत्‍सुकता उत्‍पन्‍न हो सके।
2. मध्‍य भाग:-इस भाग में निबंध की रूप-रेखाओं द्वारा विषय वस्‍तु का पूर्ण विवेचन करना होता है। अप्रमाणिक बातों से निबंध में निरसता का भाव पैदा हो जाता है।
3.उपसंहार:-इस भाग में समस्‍त निबंध का सारांश निहित होता है।


निबंध के भेेेद

सामान्‍यत: विषय के प्रतिपादन की दृष्‍टि से तीन भेद होते हैं:-

1. वर्णात्‍मक निबंध:- इस में विषयवस्‍तु का सजीव वर्णन होता है। इस श्रेणी के निबंध अत्‍यंत सरल एवं प्राकृतिक होते हैं इसमें प्राकृतिक और अप्राकृतिक विषय जैसे:-त्‍यौहार, ऋतु, व्‍यक्‍ति आदि शामिल होते हैं।
2. विवरणात्‍मक निबंध:- इस प्रकार के निबंध में विषय वस्‍तु का विस्‍तृत विवरण दिया जाता है। जैसे :- यात्रा, घटना और उत्‍सवों, मेलों आदि ।
3. विचारात्‍मक निबंध:- इस तरह के निबंध के माध्‍यम से हम व्‍यक्‍ति की सोच और उस विषय के बारे में उसके विचार, नाकारात्‍मक-साकारात्‍मक, लाभ-हानि आदि का वर्णन किया जाता है। इस निबंध में आतंकवाद, गरीबी और अन्‍य सामाजिक विषयों पर लेखन किया जा सकता हैैै।












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